नई दिल्ली: देश के उपराष्ट्रपति के लिए मंगलवार को हुए मतदान के बाद अब नतीजे का इंतजार है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के पक्ष में माहौल है और उनकी जीत को लेकर एनडीए नेताओं में पूरी आश्वस्ति देखी गई। चुनाव आयोग द्वारा शाम 5 बजे मतदान खत्म होने के बाद अब वोटों की गिनती शुरू हो गई है और परिणाम की आधिकारिक घोषणा शाम होते-होते होने की उम्मीद है।

चुनाव का गणित और बहुमत का आंकड़ा

उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदाता संसद के दोनों सदनों—लोकसभा और राज्यसभा—के सदस्य होते हैं। इस चुनाव में मतदान का अधिकार रखने वाले सांसदों की कुल संख्या 781 है। इनमें से जीत के लिए किसी उम्मीदवार को कम से कम 391 वोटों की जरूरत होती है, जो कि साधारण बहुमत है।

एनडीए ने अपने उम्मीदवार राधाकृष्णन के पक्ष में पर्याप्त संख्या में वोट होने का दावा किया है। भाजपा के एक नेता के अनुमान के मुताबिक, एनडीए उम्मीदवार को कम से कम 427 वोट मिलने की उम्मीद है। इनमें लोकसभा से 293 और राज्यसभा से 134 वोट शामिल हैं।

दूसरी ओर, विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी को 354 सांसदों का समर्थन हासिल है। विपक्ष के दावे के मुताबिक, उन्हें लोकसभा से 249 और राज्यसभा से 105 वोट मिलने का अनुमान है।

“अभूतपूर्व 100% उपस्थिति”: विपक्ष एकजुट, कुछ दल अनुपस्थित

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मतदान के बाद दावा किया कि विपक्षी गठबंधन पूरी तरह से एकजुट रहा और उसके सभी 315 सांसदों ने मतदान में हिस्सा लिया। उन्होंने इसे “अभूतपूर्व 100% उपस्थिति” बताया।

हालांकि, इस चुनाव में कुछ प्रमुख क्षेत्रीय दलों—बीजू जनता दल (बीजेडी), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी)—ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने यानी अनुपस्थित रहने का फैसला किया। इन दलों के इस कदम ने चुनाव के समीकरणों पर कोई खास प्रभाव नहीं डाला, क्योंकि एनडीए पहले से ही बहुमत में चल रहा था।

उपराष्ट्रपति चुनाव 2022, C.P. Radhakrishnan
Credit:Google Image:ETNow

“हमारी जीत पक्की”: एनडीए नेताओं में आश्वस्ति

भाजपा के सांसदों ने मतदान के बाद अपनी जीत को लेकर पूरी आत्मविश्वास जताया। सांसद अनंत नायक ने कहा, “आज के चुनाव में एनडीए के पास संख्या बल है। हम निश्चित रूप से जीतेंगे और सी.पी. राधाकृष्णन निश्चित रूप से देश के उपराष्ट्रपति बनेंगे।”

हैदराबाद से भाजपा सांसद प्रदीप पुरोहित ने कहा, “हमारे उम्मीदवार की जीत तय है। हमारे पास 422 से अधिक वोट हैं। हमें अन्य दलों से भी समर्थन की उम्मीद है और हमारे पक्ष में क्रॉस-वोटिंग की भी संभावना है।”

सांसद रामभाई मोकरीया ने भी इसी भावना को दोहराते हुए कहा, “हमें पूरी उम्मीद है। हमारा उम्मीदवार 100 प्रतिशत जीतेगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वह जबरदस्त बहुमत से जीत हासिल करें। विपक्ष का उम्मीदवार नहीं जीतने वाला।”

मतदान से पहले NDA सांसदों की बैठक

मतदान से पहले की सुबह, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति सहित कई एनडीए सांसद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के आवास पर एकत्र हुए। इसके बाद वे सामूहिक रूप से संसद भवन की ओर मतदान के लिए रवाना हुए। इस बैठक को एनडीए की एकजुटता का प्रतीक माना गया।

अब आगे क्या?

वोटों की गिनती का कार्य शुरू हो चुका है। उपराष्ट्रपति चुनाव में मतपत्रों की गिनती की प्रक्रिया अपेक्षाकृत सीधी होती है। चूंकि यह एक अप्रत्यक्ष चुनाव है और इसमें Electronic Voting Machine (EVM) का इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि मतपत्र (ballot paper) पर वोट डाले जाते हैं, इसलिए मैन्युअल काउंटिंग होती है। परिणाम आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और आधिकारिक घोषणा शाम होते-होते हो जाएगी।

अगर अनुमान सही साबित होते हैं, तो सी.पी. राधाकृष्णन देश के उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगे। उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं, इसलिए यह पद संवैधानिक और संसदीय दोनों ही दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

नोट: यह खबर मतदान के बाद के दावों और अनुमानों पर आधारित है। अंतिम और आधिकारिक परिणाम चुनाव आयोग द्वारा घोषित किया जाएगा।

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