परिचय
दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में आयोजित इंजीफेस्ट 2025 एक बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम था, जिसमें बॉलीवुड के मशहूर गायक सोनू निगम अपनी शानदार प्रस्तुति देने पहुंचे थे। लेकिन यह संगीतमय शाम तब एक अप्रत्याशित मोड़ ले गई, जब कुछ असामाजिक तत्वों ने कार्यक्रम में पत्थर और बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस घटना ने न केवल सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल उठाए बल्कि आयोजकों की लापरवाही को भी उजागर किया।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
सोनू निगम जब अपने मशहूर गानों की प्रस्तुति दे रहे थे, तभी भीड़ में कुछ लोगों ने हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया। शुरुआत में यह केवल सीटी बजाने और जोर-जोर से चिल्लाने तक सीमित था, लेकिन धीरे-धीरे मामला गंभीर होता चला गया। अचानक कुछ शरारती तत्वों ने स्टेज की ओर पत्थर और बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे सोनू निगम को अपनी परफॉर्मेंस रोकनी पड़ी।

सोनू निगम ने क्या प्रतिक्रिया दी?
जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगी, तो सोनू निगम ने माइक पर दर्शकों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा,
“मैं यहां आप सबके लिए गाने आया हूं, ताकि हम सब एक खूबसूरत शाम बिता सकें। कृपया ऐसा व्यवहार न करें, जिससे किसी को चोट पहुंचे।”
इसके बावजूद, कुछ उपद्रवी लगातार हंगामा करते रहे, जिससे कार्यक्रम को बीच में ही रोकना पड़ा। सोनू निगम की टीम के कुछ सदस्यों को भी हल्की चोटें आईं।
छात्रों और प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।

घटना को शर्मनाक बताया गया
दौलत राम कॉलेज की छात्रा गीतिका वर्मा ने इसे बेहद शर्मनाक बताया और कहा,
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सोनू निगम जैसे बड़े कलाकार को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा। हमें अनुशासन बनाए रखना चाहिए।”
सोनू निगम के संयम की सराहना
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के छात्र अभिषेक रात्रा ने सोनू निगम की संयमशीलता की प्रशंसा करते हुए कहा,
“उनकी विनम्रता काबिले-तारीफ थी। उन्होंने एक बार भी अपनी आवाज नहीं उठाई और हालात को काबू में रखने की पूरी कोशिश की।”
सुरक्षा और आयोजन समिति की लापरवाही
इस घटना ने डीटीयू प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- कार्यक्रम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल मौजूद नहीं था।
- आयोजन समिति ने सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया, जिससे उपद्रवी आसानी से अंदर आ गए।
- सीसीटीवी कैमरों की उचित व्यवस्था नहीं थी, जिससे असामाजिक तत्वों की पहचान करने में मुश्किल हो रही है।
क्या आयोजकों की गलती थी?
विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। इस कार्यक्रम में निम्नलिखित कमियां सामने आईं:
- भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।
- प्रवेश प्रक्रिया में कड़ाई नहीं थी, जिससे जरूरत से ज्यादा लोग अंदर आ गए।
- सीसीटीवी और अन्य निगरानी उपकरण पर्याप्त नहीं थे, जिससे हंगामा करने वालों की पहचान करना मुश्किल हो गया।
क्या होगी इस मामले में कार्रवाई?
दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कहा है कि सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की जा रही है। पुलिस उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
डीटीयू प्रशासन ने भी आयोजकों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को कड़ा करने का आश्वासन दिया है।
सोनू निगम की प्रतिक्रिया
इस अप्रिय घटना के बावजूद, सोनू निगम ने संयम बनाए रखा और जैसे ही स्थिति सामान्य हुई, उन्होंने अपनी परफॉर्मेंस दोबारा शुरू की। उन्होंने कहा,
“मैं संगीत के माध्यम से लोगों को जोड़ने में विश्वास करता हूं। ऐसी घटनाओं से निराशा जरूर होती है, लेकिन मैं अपने प्रशंसकों से प्यार और सम्मान की उम्मीद करता हूं।”
निष्कर्ष
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या बड़े पैमाने पर होने वाले कार्यक्रमों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है? सोनू निगम जैसे बड़े कलाकार के साथ हुई इस घटना से आयोजकों को सबक लेना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।